AC ट्रेन के डब्बे में वो बात नहीं होती

ट्रेन के AC डब्बे में वो बात नहीं होती ,
general डब्बे की सी वो घड घड की आहाट नहीं होती


फेरी वाले , चाय वाले आवाज़ लगते थे जैसे,
अब वो सारी आवाज नहीं नहीं होती,

हर स्टेशन पर लोकल स्वाद महकता था,
पर अब ऐसी कोई आहट नहीं होती,

अपने अपने में ही ख़ोए हुए लोग ,
आप कहा से है ऐसी कोई अब बात नहीं होती,

पहेले मुस्कान फिर बात और घर आने की बात नहीं होती
AC ट्रेन के डब्बे में वो बात नहीं होती ,

Comments

bahut acche se vayak kiya hai man ke bhawo ko ...

bahut badiya

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